स्कूल फीस में परेशानी? अब सीधे सीएम रेखा गुप्ता को करें ईमेल, हेल्पलाइन नंबर भी जारी
स्कूल फीस को लेकर अगर आप परेशान हैं, तो दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आपके लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी की है। जानें कैसे कर सकते हैं शिकायत दर्ज।

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"स्कूल फीस से जुड़ी है कोई परेशानी तो सीएम रेखा गुप्ता को सीधे करें ईमेल, हेल्पलाइन जारी"
स्कूल फीस से जुड़ी है कोई परेशानी तो सीएम रेखा गुप्ता को सीधे करें ईमेल, हेल्पलाइन जारी
देशभर में स्कूल फीस को लेकर अभिभावकों की चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली, ऐडमिशन शुल्क में पारदर्शिता की कमी और अतिरिक्त शुल्क के मुद्दों ने माता-पिता को परेशान कर रखा है। ऐसे में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक सराहनीय कदम उठाया है। यदि आपके बच्चे की स्कूल फीस से जुड़ी कोई भी समस्या है, तो अब आप सीधे सीएम को ईमेल कर सकते हैं या हेल्पलाइन पर संपर्क करके मदद प्राप्त कर सकते हैं।
फीस विवादों के समाधान के लिए विशेष पहल
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में एक प्रेस कांफ्रेंस में स्कूल फीस से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी की है। उनका कहना है कि शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का है और किसी भी परिवार को फीस के कारण अपने बच्चे की पढ़ाई न रोकनी पड़े, इसके लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जारी की गई जानकारी:
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-11-6767 (सोमवार से शुक्रवार, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक)
- ईमेल आईडी: schoolfeescomplaint@delhi.gov.in
अभिभावक अपनी शिकायतें इस ईमेल आईडी पर भेज सकते हैं और जल्द से जल्द कार्रवाई की अपेक्षा कर सकते हैं।
शिकायत की प्रक्रिया
यदि आपको किसी स्कूल से फीस को लेकर कोई समस्या है, जैसे:
- अनावश्यक शुल्क की मांग
- वार्षिक शुल्क में अचानक बढ़ोतरी
- फीस न देने पर बच्चे को स्कूल से निकालने की धमकी
- किताबें और यूनिफॉर्म के लिए विशेष दुकानों पर निर्भरता
तो आप निम्नलिखित जानकारी के साथ अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं:
- छात्र का नाम और कक्षा
- स्कूल का नाम और पता
- समस्या का संक्षिप्त विवरण
- यदि संभव हो तो फीस रसीद या अन्य साक्ष्य की कॉपी संलग्न करें
क्यों जरूरी है ये पहल?
हाल के वर्षों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहाँ निजी स्कूलों द्वारा फीस के नाम पर मनमानी की गई, जिससे निम्न और मध्यम वर्ग के माता-पिता बेहद परेशान हुए। कोरोना काल के बाद आर्थिक मंदी ने स्थिति को और जटिल बना दिया। ऐसे में यह पहल न केवल पारदर्शिता लाने का काम करेगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में लोगों का भरोसा भी बढ़ाएगी।
सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई का आश्वासन
रेखा गुप्ता ने साफ किया है कि जो भी स्कूल सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें मान्यता रद्द करने जैसे कदम भी शामिल हो सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आप भी अपने बच्चे की स्कूल फीस को लेकर परेशान हैं, तो अब चुप रहने की जरूरत नहीं। सरकार ने आपके लिए सीधा रास्ता खोल दिया है। बस एक ईमेल या एक कॉल से आप अपनी आवाज सरकार तक पहुँचा सकते हैं।
शिक्षा सभी का अधिकार है, और सरकार आपकी हर संभव मदद के लिए तत्पर है।
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