सिर्फ कैल्शियम नहीं, 4 न्यूट्रिएंट्स की कमी भी कर देंगी हड्डियां कमजोर
केवल कैल्शियम नहीं, विटामिन D, मैग्नीशियम, विटामिन K और फॉस्फोरस की कमी भी हड्डियों को कमजोर और घुटनों के दर्द का कारण बन सकती है। जानिए बचाव के उपाय।

सिर्फ कैल्शियम नहीं, 4 न्यूट्रिएंट्स की कमी भी कर देंगी हड्डियां कमजोर; जकड़ लेगा घुटनों का दर्द
जब बात हड्डियों की मजबूती की आती है, तो सबसे पहले दिमाग में आता है कैल्शियम। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ कैल्शियम लेना ही हड्डियों के लिए काफी नहीं है? शरीर को कई अन्य न्यूट्रिएंट्स की भी जरूरत होती है जो मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। अगर इन पोषक तत्वों की कमी हो जाए तो हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जो आगे चलकर घुटनों के दर्द, जोड़ों की जकड़न और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
इस लेख में हम बात करेंगे 4 ऐसे महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स की जो कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों की सेहत को बनाए रखते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये पोषक तत्व और इनके स्रोत।
1. विटामिन D – कैल्शियम का साथी
हड्डियों के लिए क्यों जरूरी?
विटामिन D शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। यदि शरीर में पर्याप्त विटामिन D नहीं है, तो चाहे आप कितना भी कैल्शियम ले लें, वह शरीर में पूरी तरह से अवशोषित नहीं हो पाएगा।
कमी के लक्षण:
- हड्डियों में दर्द
- मांसपेशियों में कमजोरी
- थकावट
- गिरने की संभावना अधिक होना
स्रोत:
- सूरज की रोशनी (सुबह 8–10 बजे तक)
- अंडे की जर्दी
- मशरूम
- फोर्टिफाइड दूध और अनाज
- सप्लिमेंट्स (डॉक्टर की सलाह से)
2. मैग्नीशियम – हड्डी के अंदर का छुपा हीरो
हड्डियों के लिए क्यों जरूरी?
मैग्नीशियम हड्डी की संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हड्डी में कैल्शियम को संतुलित रूप से रखने में मदद करता है और विटामिन D को सक्रिय करने में भी सहायक है।
कमी के लक्षण:
- मांसपेशियों में ऐंठन
- कमजोरी
- चिड़चिड़ापन
- नींद न आना
स्रोत:
- कद्दू के बीज
- बादाम
- पालक
- काजू
- साबुत अनाज
3. विटामिन K – हड्डी की रक्षा कवच
हड्डियों के लिए क्यों जरूरी?
विटामिन K हड्डी की संरचना में मौजूद एक प्रोटीन (Osteocalcin) को एक्टिव करता है जो कैल्शियम को हड्डियों में बांधने में मदद करता है। इससे हड्डियां घनी और मजबूत बनती हैं।
कमी के लक्षण:
- आसानी से खून बहना
- हड्डियों का जल्दी टूट जाना
- घुटनों में दर्द या जकड़न
स्रोत:
- हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, ब्रोकली)
- गोभी
- कीवी
- हरी मटर
- सोया प्रोडक्ट्स
4. फॉस्फोरस – कैल्शियम का संतुलन बनाए रखने वाला
हड्डियों के लिए क्यों जरूरी?
फॉस्फोरस भी हड्डियों और दांतों की संरचना का हिस्सा होता है। यह कैल्शियम के साथ मिलकर मजबूत हड्डियों का निर्माण करता है और ऊर्जा मेटाबॉलिज्म में भी सहायता करता है।
कमी के लक्षण:
- हड्डियों में दर्द
- थकावट
- भूख कम लगना
- कमजोर इम्युनिटी
स्रोत:
- दालें
- दूध और दूध से बने उत्पाद
- मांस और मछली
- अंडे
- नट्स और बीज
क्या सिर्फ दूध पीना काफी है?
बहुत से लोग सोचते हैं कि दूध पीने से हड्डियां मजबूत रहती हैं, जो कुछ हद तक सही भी है क्योंकि दूध में कैल्शियम और कुछ मात्रा में फॉस्फोरस होता है। लेकिन अगर शरीर में विटामिन D, K और मैग्नीशियम की कमी है, तो वह कैल्शियम हड्डियों में अच्छे से जमा नहीं हो पाएगा।
इसलिए केवल दूध पीना ही काफी नहीं है, बल्कि ऊपर बताए गए सभी न्यूट्रिएंट्स का संतुलन जरूरी है।
हड्डियों की सेहत के लिए कुछ और ज़रूरी बातें:
- नियमित व्यायाम करें: वेट-बेयरिंग एक्सरसाइज जैसे चलना, दौड़ना, स्क्वाट्स आदि हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
- धूम्रपान और शराब से दूरी रखें: ये हड्डियों की घनता को घटाते हैं।
- संतुलित आहार लें: केवल सप्लिमेंट पर निर्भर न रहें, प्राकृतिक स्रोतों से न्यूट्रिएंट्स लें।
- हेल्थ चेकअप कराएं: समय-समय पर बोन डेंसिटी टेस्ट कराएं, खासकर 40 की उम्र के बाद।
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सिर्फ कैल्शियम ही नहीं, बल्कि विटामिन D, मैग्नीशियम, विटामिन K और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व भी बेहद जरूरी हैं। इनकी कमी ना केवल हड्डियों को कमजोर बनाती है, बल्कि घुटनों में दर्द, जोड़ों की सूजन और चलने-फिरने में दिक्कत भी पैदा कर सकती है।
तो अगली बार जब भी अपनी डाइट की योजना बनाएं, तो इन सभी न्यूट्रिएंट्स को जरूर शामिल करें और हड्डियों को बनाएं मजबूत और टिकाऊ।
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