Google: गूगल के एक फैसले से करोड़ों स्मार्टफोन्स हो जाएंगे बेकार! इन Operating Systems में नहीं मिलेगा सपोर्ट

गूगल ने Android 7.1 और उससे पुराने वर्ज़न के लिए सपोर्ट बंद करने का फैसला लिया है, जिससे करोड़ों स्मार्टफोन अब Google की सेवाओं से वंचित हो जाएंगे। जानें क्या है पूरी जानकारी।

Google: गूगल के एक फैसले से करोड़ों स्मार्टफोन्स हो जाएंगे बेकार! इन Operating Systems में नहीं मिलेगा सपोर्ट

अगर आप पुराने एंड्रॉइड स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। गूगल ने आधिकारिक तौर पर कुछ पुराने Android वर्ज़न्स के लिए सपोर्ट बंद करने का निर्णय लिया है, जिससे करोड़ों डिवाइसेज़ अप्रचलित (obsolete) माने जाएंगे और उनके लिए गूगल की कई जरूरी सेवाएं बंद हो सकती हैं।

 क्या है मामला?

Google ने घोषणा की है कि वह Android 7.1 (Nougat) और उससे पुराने वर्ज़न्स के लिए Google Play Services और सिक्योरिटी अपडेट्स का सपोर्ट धीरे-धीरे बंद करने जा रहा है। इसका मतलब है कि जो डिवाइसेज़ इन पुराने सिस्टम्स पर चल रहे हैं, वे अब न तो गूगल ऐप्स का फुल सपोर्ट पाएंगे और न ही सुरक्षा अपडेट्स।

 किन डिवाइसेज़ पर पड़ेगा असर?

  • Android 7.1 Nougat
  • Android 7.0
  • Android 6.0 (Marshmallow)
  • Android 5.1, 5.0 (Lollipop)
  • और उससे पुराने वर्ज़न्स

ऐसे सभी स्मार्टफोन्स जो इन ओएस वर्ज़न्स पर चल रहे हैं, वे अब नई गूगल सेवाओं के लिए अयोग्य हो जाएंगे।

 क्या-क्या बंद हो जाएगा?

  • Google Play Store से ऐप डाउनलोड और अपडेट में परेशानी
  • Gmail, YouTube, Maps जैसी गूगल ऐप्स ठीक से काम नहीं करेंगी
  • Google Account Sync काम नहीं करेगा
  • कोई नया सुरक्षा अपडेट नहीं मिलेगा
  • डेटा की सुरक्षा पर खतरा बढ़ेगा

क्यों ले रहा है Google यह फैसला?

Google का कहना है कि पुराने सिस्टम्स को सपोर्ट करना न केवल तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज़ से भी जोखिम भरा है। कंपनी चाहती है कि यूज़र्स ज्यादा सुरक्षित और आधुनिक Android वर्ज़न्स पर माइग्रेट करें।

 अब यूज़र्स क्या करें?

1.    अपने डिवाइस का सॉफ़्टवेयर अपडेट करें, अगर संभव हो।

2.    अगर आपका डिवाइस बहुत पुराना है, तो नया स्मार्टफोन लेने की योजना बनाएं

3.    Google ऐप्स के बजाय लाइट वर्ज़न ऐप्स या वेब वर्ज़न का इस्तेमाल करें (जैसे Gmail Go, YouTube Go)

4.    डेटा का बैकअप रखें ताकि ट्रांज़िशन आसान हो।

सुरक्षा का सवाल

पुराने ओएस पर चलने वाले स्मार्टफोन्स पर साइबर अटैक का खतरा बहुत अधिक होता है। जब सिक्योरिटी अपडेट बंद हो जाते हैं, तो डिवाइस हैकिंग और डेटा चोरी के लिए आसान लक्ष्य बन जाते हैं। इसलिए, अपग्रेड करना न केवल सुविधा, बल्कि सुरक्षा के लिहाज़ से भी ज़रूरी है।


गूगल का यह फैसला भले ही टेक्नोलॉजिकल अपग्रेड के नजरिए से सही हो, लेकिन करोड़ों यूज़र्स को इसका प्रभाव झेलना पड़ेगा। यदि आप भी पुराना स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो अब समय है सतर्क होने का। नया फोन लेना या ओएस अपडेट करना आपकी डिजिटल सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हो गया है।

 

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