अम्बे तू है जगदम्बे काली – माँ दुर्गा और माँ काली आरती, महत्त्व, विधि व लाभ
पढ़िए माँ दुर्गा और माँ काली की आरती "अम्बे तू है जगदम्बे काली" के संपूर्ण लिरिक्स, साथ ही जानिए आरती का महत्त्व, विधि और लाभ।

अम्बे तू है जगदम्बे काली - आरती
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली।
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मइया हम सब उतरे तिहारी।।
जय अम्बे… जगदम्बे काली।
तू ही है माता तू ही पिताजी,
तू ही है जीवन की लाली।
तेरे बिना जीवन सूना,
तेरे बिना कोई ना वाली।।
जय अम्बे… जगदम्बे काली।
शेर सवारी तेरी शोभा,
लहराए लाज निराली।
मस्तक पर त्रिपुंड विराजे,
हाथों में खप्पर काली।।
जय अम्बे… जगदम्बे काली।
भूत, पिशाच निकट नहीं आवे,
महिमा बड़ी तुम्हारी।
संकट हरो, दुख दूर करो,
आरती हो तुम्हारी।।
जय अम्बे… जगदम्बे काली।
जो जन तुम्हे ध्याता माई,
उसका दुःख मिट जाए।
शरण पड़े जो तेरे द्वारे,
भवसागर तर जाए।।
जय अम्बे… जगदम्बे काली।
धूप, दीप और मेवा मिष्ठान,
पूजा में अर्पण लाएं।
माँ की कृपा जिस पर बरसे,
सुख-समृद्धि पाए।।
जय अम्बे… जगदम्बे काली।
माँ अम्बे / काली की आरती का महत्त्व (Importance)
- यह आरती माँ दुर्गा और माँ काली के शक्तिस्वरूपों को समर्पित है।
- "अम्बे" रूप में माँ पालन करती हैं, जबकि "काली" रूप में नाश करती हैं—दुष्टों का विनाश और भक्तों की रक्षा करती हैं।
- आरती का नियमित पाठ मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है।
- शक्ति की उपासना से आत्मबल, आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार होता है।
आरती करने की विधि (Vidhi for Performing Aarti)
1. स्थान की शुद्धि: पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
2. माँ की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
3. धूप-दीप जलाएं, पुष्प, चावल, सिंदूर आदि अर्पण करें।
4. घंटी बजाते हुए आरती गाएं या सुनें।
5. आरती के अंत में "जयकारा" लगाएं – 'जय माता दी'।
6. प्रसाद (फल, मिष्ठान) बांटें और स्वयं ग्रहण करें।
आरती के लाभ (Benefits of Performing Aarti)
लाभ |
विवरण |
मानसिक शांति |
माँ की आरती करने से मन को शांति और संतुलन मिलता है। |
नकारात्मक ऊर्जा का नाश |
माँ काली की उपासना से नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है। |
आत्मबल में वृद्धि |
माँ दुर्गा की कृपा से साहस और आत्मबल मिलता है। |
परिवार में सुख-समृद्धि |
माँ की कृपा से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। |
स्वास्थ्य और सुरक्षा |
शक्ति की पूजा रोगों और भय से मुक्ति दिलाती है। |
Disclaimer (डिस्क्लेमर):
यह लेख केवल धार्मिक जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी विशेष पूजा विधि या अनुष्ठान हेतु विशेषज्ञ पुरोहित से सलाह अवश्य लें।
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