अक्षय तृतीया 2025: क्या नहीं करना चाहिए, क्या खरीदने से बचें और जानिए सब कुछ

अक्षय तृतीया 2025 के बारे में सब कुछ जानें – इस दिन क्या करें, क्या न करें और क्या खरीदें जो आपको समृद्धि और शुभता लाए। जानें शुभ मुहूर्त और हर बात!

अक्षय तृतीया 2025: क्या नहीं करना चाहिए, क्या खरीदने से बचें और जानिए सब कुछ

अक्षय तृतीया, जिसे 'अखती' या 'अक्खा तीज' के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इसे अति शुभ मुहूर्त वाला दिन माना जाता है, जिसमें किसी भी कार्य की शुरुआत बिना पंचांग देखे की जा सकती है।

अक्षय का अर्थ है – जो कभी नष्ट न हो, और यही इस पर्व की आत्मा है। मान्यता है कि इस दिन किए गए पुण्य कार्य, दान, पूजा और निवेश का फल कभी समाप्त नहीं होता।

हम जानेंगे:

  • अक्षय तृतीया 2025 की तिथि व शुभ मुहूर्त
  • इस दिन क्या करें और क्या नहीं
  • किन चीजों को खरीदने से बचें
  • धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व

 अक्षय तृतीया 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त

  • तिथि: मंगलवार, 29 अप्रैल 2025
  • तृतीया तिथि प्रारंभ: 29 अप्रैल, सुबह 05:32 बजे से
  • तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल, सुबह 07:14 बजे तक
  • पूजा का शुभ मुहूर्त: 29 अप्रैल को सुबह 06:00 से दोपहर 02:00 तक उत्तम माना गया है।

इस दिन शादी, गृह प्रवेश, संपत्ति खरीद, सोना-चांदी निवेश जैसे कार्य अत्यंत शुभ माने जाते हैं।


 क्या करें अक्षय तृतीया पर (Do’s on Akshaya Tritiya)

1. धार्मिक पूजन और व्रत

  • विष्णु जी और लक्ष्मी माता की पूजा करें।
  • तुलसी जल अर्पित करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
  • कई लोग इस दिन उपवास भी रखते हैं।

2. दान करना सबसे पुण्यकारी

  • इस दिन जल, अन्न, वस्त्र, छाता, जूते, गाय, स्वर्ण, घी आदि का दान करना विशेष पुण्यदायी होता है।
  • शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन दिया गया दान सौ गुना फल देता है।

3. नए कार्य की शुरुआत

  • व्यापार की शुरुआत, नया घर या दुकान खरीदना, विवाह संबंध तय करना इत्यादि इस दिन अत्यंत शुभ होते हैं।

4. सोना या कीमती धातु खरीदना

  • मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर खरीदा गया सोना धनवृद्धि का प्रतीक होता है।

5. गाय, तुलसी और पीपल की पूजा करें

  • प्रकृति और जीवनदायिनी शक्तियों का सम्मान करने का दिन है यह।

 अक्षय तृतीया पर क्या नहीं करना चाहिए? (Don’ts on Akshaya Tritiya)

1. क्रोध या वाद-विवाद से बचें

  • इस दिन क्रोध, झगड़ा या किसी से कटु वचन बोलना अशुभ माना जाता है।

2. मांस-मदिरा का सेवन वर्जित है

  • यह दिन पूरी तरह सात्विक जीवनशैली को समर्पित है। मांसाहार, शराब आदि से दूरी रखें।

3. बेईमानी या धोखाधड़ी से कमाई का उपयोग न करें

  • अक्षय तृतीया पर किया गया निवेश या खरीदारी अगर गलत स्रोत से हो तो उसका फल भी अशुभ हो सकता है।

4. नकारात्मक सोच या आलस्य से बचें

  • यह दिन ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है। दिन की शुरुआत नहाकर, पूजा करके करें।

 अक्षय तृतीया पर क्या न खरीदें?

 लोहे की वस्तुएं

  • लोहे को शनिदेव से जोड़ा जाता है और इसे अशुभ माना गया है। इस दिन लोहे की वस्तुएं, वाहन या फर्नीचर खरीदने से परहेज करें।

 काले वस्त्र या जूते

  • यह दिन शुभता का प्रतीक है, और काला रंग परंपरागत रूप से इस दिन वर्जित है।

 कर्ज या उधार लेना

  • इस दिन अगर आप कर्ज लेते हैं, तो यह आर्थिक बोझ लंबे समय तक बना रह सकता है।

 बिना जरूरत के इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं

  • अनावश्यक और सिर्फ दिखावे के लिए की गई खरीददारी शुभ फल नहीं देती।

 ध्यान और आत्मिक साधना का भी दिन है

  • यह दिन सिर्फ भौतिक वस्तुओं की खरीद का ही नहीं, आत्मिक उन्नति का भी अवसर है।
  • ध्यान, योग, सत्संग, जप-तप और साधना इस दिन विशेष लाभकारी होते हैं।

 अक्षय तृतीया से जुड़ी पौराणिक कथाएं

 पांडवों को मिला अक्षय पात्र

  • महाभारत के अनुसार, युधिष्ठिर को अक्षय पात्र इसी दिन मिला था, जो कभी खाली नहीं होता था।

 गंगा अवतरण

  • मान्यता है कि इसी दिन गंगा जी का धरती पर अवतरण हुआ था।

 कुबेर और लक्ष्मी को मिला धन

  • कहा जाता है कि कुबेर ने इसी दिन विष्णु-लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया और धनपति बने।

ज्योतिषीय महत्व

  • इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों अपने उच्च राशि में रहते हैं, जिससे दिन अत्यंत शुभ बनता है।
  • किसी भी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती।

 सावधानियां जो ज़रूरी हैं

  • बिना सोच-समझे सिर्फ परंपरा निभाने के लिए खर्च न करें।
  • असली सोना और असली पूजा ही फलदायक होती है, दिखावे से नहीं।
  • बुजुर्गों और गरीबों का सम्मान करना इस दिन विशेष पुण्यदायक है।

अक्षय तृतीया 2025 एक शुभ अवसर है, जो धर्म, धन और अध्यात्म तीनों का समन्वय प्रदान करता है।
यदि आप सही भावना और शुद्ध हृदय से इस दिन को मनाते हैं, तो इसका प्रभाव जीवन में स्थायी और शुभकारी होता है।

अतः इस दिन को केवल धातु खरीदने तक सीमित न रखें, बल्कि ध्यान, दान और भक्ति के साथ मनाएं। यही इसकी असली आत्मा है।


 FAQs: आपके सवाल – हमारे जवाब

 अक्षय तृतीया पर सोना क्यों खरीदा जाता है?

धन और समृद्धि के प्रतीक रूप में सोना इस दिन खरीदने से जीवन में बरकत मानी जाती है।

 क्या अक्षय तृतीया पर शादी की जा सकती है?

जी हाँ, यह विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है।

 क्या इस दिन निवेश करना शुभ होता है?

हाँ, नया व्यापार, जमीन-जायदाद या स्टॉक मार्केट में निवेश शुभ माना जाता है।


 

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow